प्रीतम छबि नैनन बसी (Preetam Chhabi Nainan Basi)
OSHO
प्रेम, हास्य, कर्म, ज्ञान, आदि पहलुओं पर ओशो के सोलह अपूर्व प्रवचनों का यह संकलन मानव जीवन पर ओशो की अंतर्दृष्टि का एक परिचायक संकलन है। विशेषत: इस पुस्तक में नई मनुष्यता पर वैज्ञानिक रूप-रेखा प्रस्तुत करते हुए ‘नियोजित संतानोत्पत्ति’, ‘जेनेटिक इंजीनियरिंग द्वारा श्रेष्ठ मानव-शरीरों का चयन’ एवं ‘श्रेष्ठ आत्माओं को जन्म लेने का अवसर’ आदि विषयों पर ओशो ने प्रकाश डाला है। ओशो कहते हैं : ‘थोड़े से ही लोग समझ पाएंगे मेरी बातों को। पर थोड़े से ही लोग समझ लें तो काफी है। क्योंकि थोड़े से लोग ही इस जगत में प्रकाश को आमंत्रित करने के पात्र हो पाते हैं। और थोड़े से लोग ही अगर दीये बन जाएं तो काफी रोशनी हो जाती है। फिर उस रोशनी में साधारण जन भी धीरे-धीरे अपने बुझे दीयों को जलाने लगते हैं।’
Casa editrice:
OSHO Media International
Lingua:
hindi
ISBN 10:
813101231X
ISBN 13:
9788131012314
ISBN:
B07JVK3DHH
File:
PDF, 3.59 MB
IPFS:
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hindi0